सखा भाव का अर्थ
[ sekhaa bhaav ]
सखा भाव उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- नवधा भक्ति का वह प्रकार जिसमें इष्ट देव को भक्त,अपना सखा मानकर उसकी उपासना करता है:"सूरदास की भक्ति में सखा भाव परिलक्षित होता है"
पर्याय: साख्य, साख्य भक्ति, साख्य भाव
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इस भक्ति में सखा भाव भी समाया है।
- यह विजयदूत सखा भाव की भक्ति पक्की करेगा ।
- सेवक सखा भाव से भीजे , गोविन्द माधव तब रीझे।
- सखा भाव पर आधारित राधा-कृष्ण का प्रेम अमर है।
- मानवीय जीवन मे ये रिश्ता है सखा भाव का।
- सखा भाव पर आधारित राधा-कृष्ण का प्रेम अमर है।
- हमारे बीच सदा सखा भाव रहेगा।
- सखा भाव को कभी ना भूलें
- सखा भाव आप कहने और जी लगाने बिगड़ जाता है।
- ( वैसे कृष्ण भी सखा भाव के ही ध्वजी हैं।